होममेड गोबर खाद



मेने पहली बार घर में गोबर की खाद बनाई जो में आप लोगो के साथ भी शेयर करना चाहती हूँ |

हम होम मेड गोबर खाद बनाते हैं तो यह पौधों के लिए फायदे वाली ही होती हैं जबकि केमिकल खाद से पौधों को नुकसान होता हैं |

तो चलिए आपको बताते हैं गोबर की खाद बनाना

मेरे घर के आस-पास गाय घूमती रहती हैं मैंने उन्ही से थोड़ा-थोड़ा करके गोबर जमा किया अगर नहीं मिला तो हम अपने दूध देने वालों से भी गोबर ले सकते हैं | मैंने गोबर कट्ठा किया थोड़े से गोबर का ही बनाया गोबर को मैंने एक प्लास्टिक की बोरी के ऊपर फैला दिया और धुप में तीन -चार दिन रखा इसी बिच अल्टी -पलटी करते रहना हैं |

जब ये थोड़ा सूखे जैसा होने लगेगा तब इसमें मैंने एक कटोरी बेसन और एक कटोरी मही -दही मिला दिया इसमें गाय का मूत्र भी मिलाया जाता हैं पर मैंने नहीं मिलाया फिर सबको अच्छे से मिलाना हैं दो दिन इसे ऐसे ही धुप में रहने दे थोड़ा इसे हाथ या लकड़ी की मदद से मसल दे फिर इसे डब्बे में या बोरी में भर दे ध्यान रखे की बोरी में दो -चार छेद हो ताकि हवा अंदर -बाहर हो सके बिच में थोड़ा पानी का छिड़काव करे बोरी को एक कोने में रख दे उसके 10 दिनों बाद आपकी गोबर की खाद तैयार हैं जिसे आप अपने पौधों में डाल सकते हैं |


गोबर खाद के फायदे

1-यह उपजाऊ छमता को बढाती हैं |
2- संतुलित पोषक तत्वों की उपलब्धि करता हैं
3-गोबर खाद का प्रभाव वायु संचार बढ़ाता हैं |
4-मिट्टी में जल सोखने की छमता को बढ़ाता हैं |
5-पौधों की जड़ो का विकास अच्छा होता हैं |
6-मिट्टी का कटाव काम होताहै |
7-पौधों को पोषक तत्वों की मात्र अधिक मिलती हैं |
8-अनेक जीवाणु मिट्टी से पोषक तत्व लेकर पौधों को प्रदान करते हैं |

गोबर खाद में फास्फोरस 0-25% से 0-3%, नाइट्रोजन 0-5%से 0-6% पोटाश 0-5% से 1-0% होता हैं |

इस खाद में मेग्नेसियम, केल्सियम, गंधक , लोहा, ताम्बा, मैगनीज, जस्तर आदि तत्व थोड़ी -थोड़ी मात्रा में पाए जाते हैं |

तो हैं ना खाद प्लांट के लिए फायदेमंद फिर झटपट बनाये होम मेड गोबर खाद |

इसके आलावा अगर आप होममेड किचन वेस्ट खाद भी बनाना चाहते हैं तो यहाँ से सिख सकते हैं ताकि आप घर की चीज़ो से ही खाद बना कर प्लांट्स को फायदा पंहुचा सके |

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